यही हाल रहा तो संतों के लिए बनानी होगा एक अलग संत जेल
संत तो ऐसे नहीं होते। अभी संतों के लिए कोई नियम कानून नहीं बने हैं मगर जब योग दिवस की बात मोदी ने विश्व मंच पर उठाया तो इसकी मांग भी उठ गई कि योगाचार्यों के लिए एक पैमाना होना चाहिए। कोई भी सांंसें उपर नीचे करके योगाचार्य नहीं बन सकता। ऐसी ही अगर हालात संतों के रहे तो आने वाले समय में संत ही नियमों का मामला उठाएंगे।
बनानी होगाी संतों के लिए अलग जेलतब सरकार की जिम्मेदारी बन जाएगी कि रामपाल जैसे संतों को उनकी असली जगह पर पहुंचाए सरकार। संतों के फालोवर तो ठीक हैं लेकिन अगर संत नहीं सोच रहे तो उनके फालोवरों को तो सोचना होगा कि वे कम से कम गलत व्यक्ति के लिए न खड़े हों। किसी के साथ अन्याय न किया जाए मगर न्याय के रास्ते में तो न आएं। कानून और देश से बड़े तो न बनें।
संत तो ऐसे नहीं होते। अभी संतों के लिए कोई नियम कानून नहीं बने हैं मगर जब योग दिवस की बात मोदी ने विश्व मंच पर उठाया तो इसकी मांग भी उठ गई कि योगाचार्यों के लिए एक पैमाना होना चाहिए। कोई भी सांंसें उपर नीचे करके योगाचार्य नहीं बन सकता। ऐसी ही अगर हालात संतों के रहे तो आने वाले समय में संत ही नियमों का मामला उठाएंगे।
बनानी होगाी संतों के लिए अलग जेलतब सरकार की जिम्मेदारी बन जाएगी कि रामपाल जैसे संतों को उनकी असली जगह पर पहुंचाए सरकार। संतों के फालोवर तो ठीक हैं लेकिन अगर संत नहीं सोच रहे तो उनके फालोवरों को तो सोचना होगा कि वे कम से कम गलत व्यक्ति के लिए न खड़े हों। किसी के साथ अन्याय न किया जाए मगर न्याय के रास्ते में तो न आएं। कानून और देश से बड़े तो न बनें।